Friday, January 2, 2015

१ महीने ५ दिन की जिनी

हाँ तो मैं आपका परिचय अपनी प्यारी जिनी से करवाती हूँ।  मुझे पूरा यकीन है कि एक बार आप भी उससे मिल लेगें तो आप भी उससे प्यार करना नही भूलेंगें , क्योंकि वो है ही ऐसी, हर किसी का दिल जीतना उसे आता है. जैसे कि उसने मेरा भी दिल जीत लिया।  बात आज से साढ़े तीन साल  पहले की है यानि १ अगस्त २०११ की,  जब मेरी बेटी रिनी ने मुझे उससे मिलवाया था।  उस वक्त वो बस १ महीने ५ दिन की ही थी।  इतनी छोटी सी अपनी माँ से बहुत दूर थी शायद यही वजह थी कि वो मेरे दिल के करीब आ गयी।  

दिन भर वो मेरे साथ ही रहती, मैं रसोई खाना बनाती  तो वो मेरे पास ही बैठती , उसे भूख लगती तो मेरे पास आती , घर की हर एक जगह में वो मेरे साथ जाती जहाँ - जहाँ भी मैं जाती।
 हाँ तो मैं उससे आपका परिचय करवा रही थी। जिनी नाम है मेरे प्यारे से कुत्ते का,जो की पग की नस्ल की है और आसानी से समझना चाहे तो वोडाफोन के  विज्ञापन में जो कुत्ता दिखाई देता है वैसा।   

आज के लिए इतना ही बाकी बातें अगली बार !

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