Thursday, June 25, 2015

४ साल की जिनी

आज यानि २५ जून को जिनी ४ साल की हो गयी। आज उसका चौथा जन्मदिवस है।
 इन ४ सालों में मैं जब भी उससे दूर गयी किसी न किसी मजबूरी से. उससे दूर होने का जरा भी मन नही करता है दूर होने पर भी मैं घर वालों से बस उसके बारें में बात करती हूँ। जिनी को  मैं प्यार से कई नामों से पुकारती हूँ जैसे जब मेरी बेटी छोटी थी मैं उसे पुकारती थी।  यह सब सुनकर मेरी बेटी कहती है पहले तो आप मुझे ऐसे बुलाती थी अब उसे बुलाती हो कभी मुझे भी ऐसे प्यार से बुलाया करो।  उसकी ये बातें सुनकर, उसकी थोड़ी सी ईर्ष्या देख कर मुझे हंसी भी आती है , मैं उससे कहती हूँ  इसे तो तू ही लायी थी यह तेरी है इसलिये मैं उसे तेरे ही नामों से बुलाती हूँ।

चार साल से जिनी हमारे परिवार का एक अभिन्न अंग बन गयी है। घर के सभी सदस्यों की दुलारी जिनी हम सभी घर के सदस्यों को अकेले उतना प्यार देती है जितना प्यार हम तीनो मिलकर उसे देते हैं कभी वो मेरे पास , कभी मेरे पति के पास तो कभी बेटी के पास रह कर अपना प्यार देती है।
तो ऐसी है हम सबकी प्यारी जिनी।
   

Friday, January 2, 2015

१ महीने ५ दिन की जिनी

हाँ तो मैं आपका परिचय अपनी प्यारी जिनी से करवाती हूँ।  मुझे पूरा यकीन है कि एक बार आप भी उससे मिल लेगें तो आप भी उससे प्यार करना नही भूलेंगें , क्योंकि वो है ही ऐसी, हर किसी का दिल जीतना उसे आता है. जैसे कि उसने मेरा भी दिल जीत लिया।  बात आज से साढ़े तीन साल  पहले की है यानि १ अगस्त २०११ की,  जब मेरी बेटी रिनी ने मुझे उससे मिलवाया था।  उस वक्त वो बस १ महीने ५ दिन की ही थी।  इतनी छोटी सी अपनी माँ से बहुत दूर थी शायद यही वजह थी कि वो मेरे दिल के करीब आ गयी।  

दिन भर वो मेरे साथ ही रहती, मैं रसोई खाना बनाती  तो वो मेरे पास ही बैठती , उसे भूख लगती तो मेरे पास आती , घर की हर एक जगह में वो मेरे साथ जाती जहाँ - जहाँ भी मैं जाती।
 हाँ तो मैं उससे आपका परिचय करवा रही थी। जिनी नाम है मेरे प्यारे से कुत्ते का,जो की पग की नस्ल की है और आसानी से समझना चाहे तो वोडाफोन के  विज्ञापन में जो कुत्ता दिखाई देता है वैसा।   

आज के लिए इतना ही बाकी बातें अगली बार !